Dard bhari shayari
१ गहरी है रात लेकीन हम खोए नही।
दर्द बहुत है दिल मे पर हम रोए नही।
कोई नही हमारा जो पुछे हमसे।
जाग रहे हो किसी के के लिए ।
या किसी के लिए सोए नही
dard bhari shayari
२ हॅसने के लिए मुँह खोला,
गम ने हसने न दिया |
रोने के लिए आँखें टटोला,
ज़माने ने रोने न दिया |
Dard bhari shayari
३ इस ज़िन्दगी का फलसफा तो देखो यारो,
उलझन है तभी तो सुलझन है,
और बिखरन है निखरन है|
Dard bhari shayari
४ इतना न निखारो ये मेरे यारो,
की अपनों से दूर हो जाओ
और इतना न बिखरो की मंजिल से ढेर हो जाओ |
Dard bhari shayari
५ हमारी तो फितरत है मुस्कुराना,
अये, "ज़िन्दगी"
है दम तो इस फितरत के गुरुर को तोड़ के दिखा |
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