dard bhari shayari
दर्द शायरी
दर्द शायरी
कोई कितनी भी पिला लो मगर
होता नहीं है मुझे नशा आजकल !!
dard bhari shayari
संगदिल भी रोते हैं
जब भी कहते हो आप हमसे की अब चलते है
हमारी आँखों से आँशु नहीं सँभलते है |
अब ना कहना की संगदिल कभी नहीं रोते,
जितनी दरिया है सब पहाड़ो से निकलती है
हमारी आँखों से आँशु नहीं सँभलते है |
अब ना कहना की संगदिल कभी नहीं रोते,
जितनी दरिया है सब पहाड़ो से निकलती है
dard bhari shayari
तड़पोगे तुम भी हर दिन
तड़पोगे तुम भी हर दिन,
ये सोच कर ||
था कोई जिद्दी चाहने वाला,
कहा चला गया अपनी जिद्द छोड़ कर
ये सोच कर ||
था कोई जिद्दी चाहने वाला,
कहा चला गया अपनी जिद्द छोड़ कर
dard bhari shayari
तुम मेरे खास हो
हर एक रात की अंधकार के साथ
शुबह किरण हो तुम | |
मेरे इस आशावादी हृदय की आश हो तुम।
इसलिए तो तुम मेरे खास हो |
मेरे इस आशावादी हृदय की आश हो तुम।
इसलिए तो तुम मेरे खास हो |
भटक रहा था मैं अकेले अकेले तुम बिन
जब तुम आये मुझे मेरी आँशु भी प्यारी लगने लगी
मेरी मुस्कान का एकमात्र कारण हो.....
इसलिए तो तुम मेरे खास हो |
(एक सोच )
जब तुम आये मुझे मेरी आँशु भी प्यारी लगने लगी
मेरी मुस्कान का एकमात्र कारण हो.....
इसलिए तो तुम मेरे खास हो |
(एक सोच )
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