दर्द शायरी
मेरी अल्फाज़ो की जरुरत हि क्या है ?
कभी इन आँखों में झांको तो सही |
ए खुदा तू ऐसा तराजू बता,
कि मेरी मुहब्बत तौल सकूँ
किसी ने मुहब्बत में सबूत माँगा है
©( एक सोच )
मैं एक उम्दा रचनाकार तो नहीं लेकिन आपसब के सामने मेरी एक छोटी सी कोशिश है "एक सोच " कोई गलती हो तो माफ़ी की गुजारिश है |
nice one
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